क्या आपने कभी सोचा है कि आपका दिमाग आपका सबसे बड़ा दुश्मन बन सकता है ?
यकीन नहीं होता तो मेरे साथ अंतिम तक बने रहें ।
हमारे समाज में एक खामोश महामारी फैल रही है। यह महामारी है मानसिक बीमारी की ।
आप सोचते हैं की ये बीमारी तो मुझे छू नहीं सकती , तो आपकी यह गलतफहमी भी मैं दूर कर देता हूं ।
कैसे ?
हर साल लाखों लोग इससे पीड़ित होते हैं। लेकिन क्यों ?
आइए समझें इस बीमारी के कारण और इसके खतरनाक प्रभाव।
मानसिक बीमारी के कारण:
1. तनाव: आजकल हर कोई दौड़ में शामिल है। नौकरी, परिवार, पैसे - सब कुछ तनाव पैदा करता है। यह तनाव धीरे-धीरे हमारे दिमाग को खा जाता है।
2. अकेलापन: सोशल मीडिया ने हमें जोड़ा है, लेकिन वास्तविक जीवन में हम अकेले हो गए हैं। यह अकेलापन डिप्रेशन का कारण बनता है।
3. बचपन के अनुभव: कई बार बचपन के बुरे अनुभव हमारे दिमाग पर गहरा असर डालते हैं। ये जख्म आगे चलकर मानसिक बीमारी का रूप ले लेते हैं।
4. जीन्स: हां, कभी-कभी यह हमारे डीएनए में भी होता है। अगर परिवार में किसी को मानसिक बीमारी है, तो आपको भी हो सकती है।
5. जीवनशैली: खराब खानपान, नींद की कमी, व्यायाम न करना - ये सब हमारे दिमाग को प्रभावित करते हैं।
एक सच्ची कहानी (quora से ही ली हुई)
रमेश ( बदला हुआ नाम) एक 45 साल का मध्यम वर्गीय परिवार का व्यक्ति था। वह एक छोटी सी कंपनी में नौकरी करता था। पत्नी और दो बच्चों के साथ वह एक किराए के मकान में रहता था।
पिछले कुछ महीनों से रमेश बदल गया था। ऑफिस में उसका मन नहीं लगता था। घर आकर वह सीधा अपने कमरे में चला जाता और किसी से बात नहीं करता। खाना भी ठीक से नहीं खाता था।
धीरे-धीरे उसका वजन कम होने लगा। बाल सफेद होने लगे। रात को नींद नहीं आती थी। वह अक्सर सिरदर्द की शिकायत करता था।
एक दिन ऑफिस में मीटिंग के दौरान रमेश की तबियत बहुत बिगड़ गई । सब हैरान थे, क्योंकि रमेश कहीं से भी बीमार नहीं लग रहा था , हालांकि वह अपनी उम्र से अधिक का दिखाई देता था । उसके बॉस को उसकी परेशानी का पता चला और उन्होंने उसे घर भेज दिया।
रमेश की पत्नी ने उसे डॉक्टर के पास ले जाने की कोशिश की, लेकिन वह मना करता रहा। वह कहता "मर्द होकर डॉक्टर के पास जाऊंगा तो लोग क्या कहेंगे ?"
आखिरकार, जब रमेश ने नौकरी छोड़ने की बात की, तब उसके परिवारवाले जबरदस्ती उसे डॉक्टर के पास ले गए ।
डॉक्टर ने बताया - रमेश गंभीर डिप्रेशन से पीड़ित था। उसे तुरंत इलाज की जरूरत थी।
यह सिर्फ रमेश की कहानी नहीं है। हर रोज सैकड़ों पुरुष ऐसी परिस्थितियों में फंसकर चुपचाप मानसिक बीमारियों का शिकार हो जाते हैं, लेकिन समाज के डर से वे मदद नहीं मांगते
कुछ चौंकाने वाले तथ्य:
- भारत में हर 3 में से 1 व्यक्ति किसी न किसी मानसिक बीमारी से पीड़ित है।
- दुनिया भर में हर 40 सेकंड में एक व्यक्ति आत्महत्या करता है।
- डिप्रेशन 2030 तक दुनिया की सबसे बड़ी बीमारी बन सकता है। ( इसे हल्के में न लें, मैं भी यह भुगत चुका हूं ।)
मानसिक बीमारी कैसे आपकी जिंदगी बर्बाद कर सकती है:
1. रिश्ते टूट जाते हैं: आप अपने प्रियजनों से दूर हो जाते हैं।
2. करियर खत्म हो सकता है: आप अपना काम ठीक से नहीं कर पाते।
3. आत्मविश्वास खो देते हैं: आप खुद पर भरोसा नहीं कर पाते।
4. नशे का शिकार हो सकते हैं ( कई लोग दर्द से बचने के लिए नशे का सहारा लेते हैं। )
5. जीवन का आनंद खो देते हैं: हर चीज बोझ लगने लगती है।
मानसिक बीमारी तेजी से क्यों फैल रही है
1. तेज रफ्तार जिंदगी: हम हमेशा दौड़ रहे हैं, कभी रुकते नहीं।
2. सोशल मीडिया: हम दूसरों की जिंदगी से अपनी तुलना करते हैं।
3. परिवार का टूटना: पहले परिवार साथ रहते थे, अब सब अलग-अलग हैं।
4. प्रदूषण: हां, प्रदूषण भी हमारे दिमाग को प्रभावित करता है।
5. जागरूकता की कमी: हम अभी भी मानसिक स्वास्थ्य को गंभीरता से नहीं लेते।
याद रखें, मानसिक बीमारी कोई कमजोरी नहीं है। यह एक बीमारी है, जिसका इलाज संभव है।
अगर आप या आपका कोई प्रियजन इससे जूझ रहा है, तो मदद लें। शर्म या डर की कोई बात नहीं है।
क्योंकि जब दिमाग स्वस्थ होगा, तभी जीवन खुशहाल होगा।
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